धूम्रवर्ण अवतार-  इस अवतार में श्री गणेश भगवान जी ने अहंतासुर नाम के राक्षस को युद्ध में हराया |

एकदंत अवतार -  इस अवतार में श्री गणेश भगवान ने मदासुर नाम के राक्षस को युद्ध में पराजित किया था | यह राक्षस अत्यंत ही अत्याचारी था |

गजानन अवतार- इस अवतार में श्री गणेश भगवान जी ने लोभासुर नाम के राक्षस को पराजित किया था जिसे निर्भय होने का वरदान था |

लंबोदर अवतार-  इस अवतार में श्री गणेश भगवान जी ने क्रोधासुर नाम के राक्षस जिसे ब्रह्मांड विजय का वरदान प्राप्त था को परास्त किया और वह सब कुछ छोड़कर पाताल लोक चला गया

महोदर अवतार -  मोहासुर नाम के राक्षस से देवता-गण अत्यंत ही परेशान थे तब भगवान श्री गणेश मूषक पर सवार होकर मोहासुर के नगर में पहुंचे तो उसने बिना युद्ध किया उन्हें ही अपना इष्ट बना लिया |

वक्रतुंड अवतार -  इस अवतार में श्री गणेश भगवान जी ने राक्षस मत्सरासुर के पुत्रों का वध किया था |

विघ्नराज अवतार -   इस अवतार में भगवान श्री गणेश ने मम नाम के राक्षस को जिसने सभी देवताओं को कारागार में डाल दिया था परास्त करके देवताओं को कारागार से छुड़वाया |

विकट अवतार -   विकट अवतार लेकर श्री गणेश भगवान जी ने कामासुर नाम के राक्षस को पराजित किया था |